Huge Collection Of Hindi Bhajans Written In Hindi Fonts : Jain Bhajans, Krishna Bhajans, Shiv Bhajans, Sai Bhajans, Mata Bhajans, Ganesh Bhajans, Ram Bhajans And Other Bhajans.

सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ।

सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ।
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ।
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे नैन तिरछे, दूसरा काजल लगा ।
तीसरा नज़रें मिलाना, दिल दीवाना हो गया
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे होंठ पतले, दूसरा लाली लगी ।
तीसरा तेरा मुस्कुराना, दिल दीवाना हो गया
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे हाथ कोमल, दूसरा मेहँदी लगी ।
तीसरा मुरली बजाना, दिल दीवाना हो गया
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे पाँव नाज़ुक, दूसरा पायल बंधी ।
तीसरा घुंगरू बजाना, दिल दीवाना हो गया
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे भोग छप्पन, दूसरा माखन धरा ।
तीसरा खिचडे का खाना, दिल दीवाना हो गया
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे साथ राधा दूसरा रुक्मण खड़ी ।
तीसरा मीरा का आना, दिल दीवाना हो गया
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तुम देवता हो, दूसरा प्रियतम मेरे ।
तीसरा सपनों में आना, दिल दीवाना हो गया
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ॥

सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया ॥

Bal Diwas Shayari, Children Day Par Shayari, Children Day Shayari, Bal Diwas Par Shayari


पकड़ लो हाथ बनवारी नहीं तो डूब जाएंगे लिरिक्स

पकड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे,
हमारा कुछ ना बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जाएगी,
पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएँगे,

धरी है पाप की गठरी, हमारे सर पे ये भारी,
वजन पापों का है भारी, इसे कैसे उठाएँगे,
पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएँगे,

तुम्हारे ही भरोसे पर, ज़माना छोड़ बैठें हैं,
जमाने की तरफ देखो, इसे कैसे निभाएँगे,
पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएँगे,

दर्दे दिल की कहें किससे, सहारा ना कोई देगा,
सुनोगे आप ही मोहन, और किसको सुनाऐंगे,
पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएँगे,

फँसी है भँवर में नैया, प्रभु अब डूब जाएगी,
खिवैयाँ आप बन जाओ, तो बेड़ा पार हो जाये,
पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएँगे,
पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएँगे,
हमारा कुछ ना बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जाएगी,
पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएँगे,


खाटू श्याम भजन – दया थोड़ी सी कर दो ना

दया थोड़ी सी कर दो ना,
मेरे दामन को भर दो ना,
लाल मैं भी तुम्हारा हूँ,
तो फिर क्यों बेसहारा हूँ
ओ श्याम मेरे श्याम,

प्रभु मुझ पे कृपा कर दे,
तू तो ममता की मूरत है,
मैं प्यासा हूँ तू सागर है,
मुझे तेरी ज़रूरत है
दया की बून्द बरसाओ,
मुझे ना और तरसाओ
लाल मैं भी तुम्हारा हूँ
तो फिर क्यों बेसहारा हूँ
दया थोड़ी सी कर दो ना,
मेरे दामन को भर दो ना।

सभी का बन गया मैं,
पर कोई मेरा न बन पाया
बड़ी ही आस लेकर के,
तुम्हारे दर पे मैं आया
तुम्ही तो हो मेरी हिम्मत,
तेरे बिन क्या मेरी कीमत
लाल मैं भी तुम्हारा हूँ,
तो फिर क्यों बेसहारा हूँ
दया थोड़ी सी कर दो ना,
मेरे दामन को भर दो ना।

मेरे हालात पे माधव,
हर कोई तंज कसता है
तड़पता देख कर मुझको,
ज़मान खूब हँसता है
ये दुनिया लाज की दुश्मन,
दुखाती है ये मेरा मन
लाल मैं भी तुम्हारा हूँ,
तो फिर क्यों बेसहारा हूँ
दया थोड़ी सी कर दो ना,
मेरे दामन को भर दो ना।

दुखों की रात है तो क्या,
सुख का सूरज भी निकलेगा
देख कर के मेरे आंसू,
श्याम तेरा दिल पिघलेगा
हलक पे जान है मेरी,
दया का दान दे दे रे
लाल मैं भी तुम्हारा हूँ
तो फिर क्यों बेसहारा हूँ
दया थोड़ी सी कर दो ना,
मेरे दामन को भर दो ना।

Daya Thodi Si Kar Do Na Mere Daaman Ko Bhar Do Na – Shyam bhajan, Singer – Nisha Dwivedi

खाटू श्याम भजन – सहारा तुझे श्याम देगा – Jab Tere Din Kuchh Thik Na Honge

जब तेरे दिन कुछ ठीक ना होंगे ,
अपने भी नज़दीक ना होंगे ,


तर्ज – गली में आज चाँद निकला


जब तेरे दिन कुछ ठीक ना होंगे ,
अपने भी नज़दीक ना होंगे ,
जब करेगा ना कोई तुझे याद,
जब करेगा ना कोई तुझे याद,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सच्चे दिल से लगाले फरियाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,

जाएगी ना अरज़ बर्बाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सच्चे दिल से लगाले फरियाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सच्चे दिल से लगाले फरियाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,

हाथ प्रभु का तेरे सर पर ,
आंच ना आएगी तेरे घर पर ,
हाथ प्रभु का तेरे सर पर ,
आंच ना आएगी तेरे घर पर ,
पूरी होगी तेरे भी मुराद ,
पूरी होगी तेरे भी मुराद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सच्चे दिल से लगाले फरियाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,

करते हैं जो श्याम की भक्ति
उनको मुसीबत छू नहीं सकती ,
करते हैं जो श्याम की भक्ति ,
उनको मुसीबत छू नहीं सकती ,
तेरा जीवन करेगा आबाद ,
तेरा जीवन करेगा आबाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सच्चे दिल से लगाले फरियाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,

श्याम के रहते क्यों डरता है
माधव क्यों तू फिकर करता है ,
श्याम के रहते क्यों डरता है ,
माधव क्यों तू फिकर करता है ,
श्याम प्यारे की तू है औलाद
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सच्चे दिल से लगाले फरियाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,

जाएगी ना अरज़ बर्बाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सच्चे दिल से लगाले फरियाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सच्चे दिल से लगाले फरियाद ,
सहारा तुझे श्याम देगा ,
सहारा तुझे श्याम देगा


Hanuman Chalisa In Hindi Font – हनुमान चालीसा हिंदी में

दोहा

श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ।।

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार ।
बल बुधि बिद्या देहु मोहि, हरहु कलेस विकार ।।

चौपाई

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ।।

राम दूत अतुलित बल धामा ।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा ।।

महाबीर बिक्रम बजरंगी ।
कुमति निवार सुमति के संगी ।।

कचन बरन बिराज सुबेसा ।
कानन कुंडल कुंचित केसा ।।

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै ।
काँधे मूँज जनेऊ साजै ।।

संकर सुवन केसरीनंदन ।
तेज प्रताप महा जग बंदन ।।

बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुरा ।।

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।
राम लषन सीता मन बसिया ।।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
बिकट रूप धरि लंक जरावा ।।

भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचन्द्र के काज सँवारे ।।

लाय सजीवन लखन जियाये ।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये ।।

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई ।
तुम मम प्रिय भरतहि सैम भाई ।।

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं ।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं ।।

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।
नारद सारद सहित अहीसा ।।

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ।।

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा ।
राम मिलाय राज पद दीन्हा ।।

तुम्हरो मन्त्र बिभीषन माना ।
लंकेस्वर भए सब जग जाना ।।

जुग सहस्त्र जोजन यर भानू ।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ।।

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीँ ।।

दुर्गम काज जगत के जेते ।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ।।

राम दुआरे तुम रखवारे ।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ।।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना ।
तुम रच्छक काहू को डर ना ।।

आयन तेज सम्हारो आपै ।
तीनों लोक हाँक तें काँपै ।।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै ।।

नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरंतर हनुमत बीरा ।।

संकट तें हनुमान छुड़ावैं ।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ।।

सब पर राम तपस्वी राजा ।
तिन के काज सकल तुम साजा ।।

और मनोरथ जो कोई लावै ।
सोइ अमित जीवन फल पावै ।।

चारों जुग परताप तुम्हारा ।
है परसिद्ध जात उजियारा ।।

साधु संत के तुम रखवारे ।
असुर निकंदन राम दुलारे ।।

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ।
अस बर दीन जानकी माता ।।

राम रसायन तुम्हरे पासा ।
सदा रहो रघुपति के दासा ।।

तुम्हरे भजन राम को पावै ।
जनम जनम के दुख बिसरावै ।।

अंत काल रघुबर पुर जाई ।
जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई ।।

और देवता चित्त न धरई ।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ।।

संकट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ।।

जै जै जै हनुमान गोसाईं ।
कृपा करहु गुरु देव की नाईं ।।

जो सत पार पाठ कर कोई ।
छूटहि बंदि महा सुख होई ।।

जो यह पढ़ै हनुमान चलीसा ।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ।।

तुलसीदास सदा हरि चेरा ।
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ।।

दोहा
पवनतनय संकट हरन मंगल मूरति रूप ।
राम लषन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप ।।