Yun Bajao Na Murli Ki Taan Re, Taan Le Legi Jaan Re

यूँ बजाओ ना मुरली की तान रे, तान ले लेगी जान रे ।
कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे ।
कान्हा कहना तो मेरा मान रे, तान ले लेगी जान रे ।

ऐसे ना बंशी बजाया करो, कान्हा ना हमको सताया करो ।
कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे ॥

दिल दे दिया तो दर्द बढ़ेगा, तुम पर हमारा कर्ज बढ़ेगा ।
कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे ॥

जन्मों का अपना नाता रहेगा, तो ‘पप्पू शर्मा’ गाता रहेगा ।
कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे ॥


Dar Tumhara Mila Har Khushi Mil Gayi Ab Zamane Ki Khushiyan Mile Na Mile

दर तुम्हारा मिला हर ख़ुशी मिल गयी
अब ज़माने की खुशियां मिले ना मिले
आपके प्यार की इतनी दौलत मिली
अब ज़माने की दौलत मिले ना मिले

ना भुल पाऊँ मैं
दुनियां ने जब सताया था
तुम्हीं ने सांवरे मुझको
गले लगाया था
भरोसा टूट गया
मतलबी ज़माने से
शरण में आपके
मैंने ठिकाना पाया था
ठिकाना पाया था
आपका युँ सदा हाथ सिर पे रहे
फिर ज़माने की छतरी मिले ना मिले

दर तुम्हारा मिला हर ख़ुशी मिल गयी
अब ज़माने की खुशियां मिले ना मिले

ह्रदय में सांवरे
तुम को ही अब बसाया है
तुम्हारे प्यार में
मैंने जहां भुलाया है
नहीं उम्मीद है दुनियां
के ठेकेदारों से
तेरी चौखट पे आके
ये तो सर झुकाया है
सर झुकाया है
भूलकर भी कभी ना भुलाना हमें
साथ जालिम जहां का मिले ना मिले

दर तुम्हारा मिला हर ख़ुशी मिल गयी
अब ज़माने की खुशियां मिले ना मिले

तुम्हीं हो सांस में
तुम्हीं हो मेरी धड़कन में
ना कोई और आ सकेगा
मेरे जीवन में
है इतनी आरज़ू
इतना तो बाबा कर देना
ये मेरे प्राण भी निकले
तो तेरे आँगन में
आखरी वक़्त में
सामने तू रहे
हर्ष को फिर वो
लम्हा मिले ना मिले
दर तुम्हारा मिला हर ख़ुशी मिल गयी
अब ज़माने की खुशियां मिले ना मिले


Bas Itni Tamanna Hai Bas Itni Tamanna Hai Shyam Tumhe Dekhun Ghanshyam Tumhe Dekhun

बस इतनी तमन्ना है, बस इतनी तमन्ना है,
श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं ।

सर मुकुट सुहाना हो, माथे तिलक निराला हो,
गल मोतियन माला हो, श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं…

कानो में हो बाली, लटके लट घुंघराली,
तेरे अधर पे मुरली हो, श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं…

बाजू बंद बाहों पे, पैजनियाँ पाओं में,
होठों पे हसी कुछ हो, श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं…

दिन हो अँधेरा हो, चाहे शाम सवेरा हो,
सोऊँ तो सपनो में, श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं…

चाहे घर हो नंदलाला, कीर्तन हो गोपाला,
हर जग के नज़ारे में, श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं…

कहता है कमल ए कृष्ण, सौगात मुझे यह दे,
जिस और नज़र फेरूँ, श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं…


Na Meri Takdir Ka Na Sare Jahan Ka Mere Ghar Mein Jo Kuchh Bhi Hai Diya Hua Hai Shyam Ka

ना मेरी तकदीर का
ना सारे जहान का
मेरे घर में जो कुछ भी है
दिया हुआ है श्याम का

दबी पड़ी है झोपड़ी
बाबा के एहसान से
भरा पड़ा है घर मेरा
बाबा के सामान से
रोम रोम मेरा कर्जदार है
बाबा के एहसान है
मेरे घर में जो कुछ भी है
दिया हुआ है श्याम का

ना मेरी तकदीर का
ना सारे जहान का
मेरे घर में जो कुछ भी है
दिया हुआ है श्याम का


Duniya Mein Koi Bhi Sahara Na Mila Kashti Ko Koi Bhi Kinara Na Mila

दुनियां में कोई भी सहारा न मिला,
कस्ती को कोई भी किनारा न मिला ।
मेरे माझी बन जाओ, मेरी नाव चला जाओ ॥

खुद से चल जाती नैया जो हमारी,
तो फिर ना होती दरकार तुम्हारी ।
मेरे माझी बन जाओ, मेरी नाव चला जाओ ॥

सुख में भुलाया तो दुःख ने सताया,
मुसीबत में कोई भी काम न आया ।
मेरी बिगड़ी बना जाओ, मेरी लाज बचा जाओ ॥
खुद से चल जाती…

खुद से ये नैया चला के मैं हारा,
आखिर में तुझको ही मैंने पुकारा ।
आओ जल्दी आओ पटवार पकड़ जाओ ॥
खुद से चल जाती…

कोई अच्छा माझी जो नैया चलाता,
तुझको बुलाने का मौका ना आता ।
ये अटक गयी नैया आकर के चला जाओ ॥
खुद से चल जाती…

मेरा बस तो तुम पे ही चलता कन्हैया,
तेरे ही चलाने से चलती है नैया ।
भाव पार लगा जाओ अर्जी ना ठुकराओ ॥
खुद से चल जाती…

कभी सोचता हूँ हमारा क्या होता,
अगर कान्हा तेरा सहारा ना होता ।
कहे पवन को समझाओ इतना तो बतलाओ ॥
खुद से चल जाती…