Bhagwan Meri Nayya Us Paar Laga Dena

भगवान मेरी नैया उस पार लगा देना

भगवान मेरी नैया उस पार लगा देना ।
अब तक तो निभाया है, आगे भी निभा देना ॥

दल बल के साथ माया, घेरे जो मुझ को आ कर ।
तुम देखते ना रहना, झट आ के बचा लेना ॥

संभव है झंझटों में मैं तुझ को भूल जाऊं ।
पर नाथ दया कर के मुझ को ना भुला देना ॥

तुम देव मैं पुजारी, तुम इष्ट मैं उपासक ।
यह बात अगर सच है तो सच कर के दिखा देना ॥

तेरी कृपा से हमने हीरा जनम यह पाया ।
जब प्राण तन से निकले, अपने में मिला लेना ॥


Mera Aapki Kripa Se Sab Kaam Ho Rahaa Hai

मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
करते हो तुम गुरुवार, मेरा नाम हो रहा है

पटवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है
बिन मांगे मेरे गुरुवार हर चीज मिल रही है
हर वार दुश्मनो का नाकाम हो रहा है
मेरा आपकी कृपा से…

मेरी जिंदगी में तुम हो, किस बात की कमी है
मुझे और अब किसी की परवाह भी नहीं है
तेरी बदौलतों से सब काम हो रहा है
मेरा आपकी कृपा से…

दुनिया में होंगे लाखों, तेरे जैसा कौन होगा
तुझ जैसा बंदापरवर भला ऐसा कौन होगा
तेरे नाम का ही सुमिरन, आराम दे रहा है
मेरा आपकी कृपा से…


Mahaveer Bhagwan Ki Aarti – Om Jai Mahaveer Prabhu

ॐ जय महावीर प्रभु, स्वामी जय महावीर प्रभु ।
कुण्डलपुर अवतारी, चांदनपुर अवतारी, त्रिशलानंद विभु ॥

सिध्धारथ घर जन्मे, वैभव था भारी ।
बाल ब्रह्मचारी व्रत, पाल्यो तप धारी ॥

आतम ज्ञान विरागी, सम दृष्टि धारी ।
माया मोह विनाशक, ज्ञान ज्योति जारी ॥

जग में पाठ अहिंसा आप ही विस्तारयो ।
हिंसा पाप मिटा कर, सुधर्म परिचारियो ॥

अमर चंद को सपना तुमने परभू दीना ।
मंदिर तीन शेखर का निर्मित है कीना ॥

जयपुर नृप भी तेरे, अतिशय के सेवी ।
एक ग्राम तिन्ह दीनो, सेवा हित यह भी ॥

जल में भिन्न कमल जो घर में बाल यति ।
राज पाठ सब त्यागे, ममता मोह हती ॥

भूमंडल चंदनपुर मंदिर मध्य लसे
शांत जिनिश्वर मूरत दर्शन पाप लसे ॥

जो कोई तेरे दर पर इच्छा कर आवे ।
धन सुत्त सब कुछ पावे, संकट मिट जावे ॥

निशदिन प्रभु मंदिर में जगमग ज्योत जरे ।
हरी प्रसाद चरणों में, आनंद मूँद भरे ॥


Saj Dhaj Kar Jis Din Maut Ki Shehzadi Aayegi Na Sona Kaam Aayega Na Chandi Aayegi

आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं,
सामान सो बरस का है, पल की खबर नहीं।

सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।

छोटो सा तू, कितने बड़े अरमान तेरे,
मिट्टी का तु, सोने के सब सामन हैं तेरे।
मिट्टी की काया मिट्टी में जिस दिन समाएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी॥

पर तोल ले, पंची तू पिंजरा तोड़ के उड़ जा,
माया महल के सारे बंधन छोड़ के उड़ जा।
धड़कन में जिसदिन मौत तेरी गुनगुनायेगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी॥

काहे करे नादान तू दुनिया में नादानी,
काया तेरी यह राजसी है राख हो जानी।
‘राजेंदर’ तेरी आत्मा विदेह जायेगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी॥


Namokar Mantra Hai Nyara Isne Lakho Ko Tara

नमोकार मन्त्र है न्यारा,
इसने लाखो को तारा
इस महा मात्र का जाप करो,
भव जल से मिले किनारा

णमो अरिहंताणं
णमो सिद्धाणं
णमो आयरियाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो लोए सव्व साहूणं
एसोपंचणमोक्कारो, सव्वपावप्पणासणो
मंगला णं च सव्वेसिं, पडमम हवई मंगलं